हाथ की सबसे छोटी अंगुली ( कनिष्ठिका अंगुली ) :----
(1) जिन लोगों की कनिष्ठिका अंगुली आगे से नुकीली होती है, ऐसे लोग कुशाग्र बुद्धि होते हैं। वे किसी भी समस्या को बड़ी सरलता से हल कर सकते हैं।
(2) यदि अंगुली का अग्र सिरा चौकोर दिखाई दे तो ऐसा व्यक्ति प्रतिभाशाली तथा दूरदर्शी होता है।
(3) कनिष्ठिका अंगुली के टेड़ी होने पर व्यक्ति को भी टेड़ा ही माना जाता है। आमतौर पर ऐसे लोग या तो बेईमान होते हैं या फिर नाकारे होते हैं।
(4) यदि यह अंगुली अन्य अंगुलियों की अपेक्षा अधिक लंबी हों तथा इस पर कोई आड़ी-तिरछी रेखा न हों तो आमतौर पर ऐसे व्यक्ति के हाथ में राजयोग होता है। बहुत बार ऐसे लोग सरकारी नौकरी में देखे जाते हैं।
(5) जिन लोगों के हाथों में कनिष्ठिका तथा अनामिका अंगुली दोनों बराबर होती हैं ऐसे लोग बड़े भाग्यशाली होते हैं। प्रायः यह योग बड़े राजनीतिज्ञों के हाथों में देखने को मिलता है।
(6) जिन लोगों की अंगुलियां सामान्य तथा उचित आकार-प्रकार में है, वे समाज में मान-सम्मान प्राप्त करते हैं तथा अच्छा जीवन जीते हैं।
(7) इस अंगुली की लंबाई सामान्य से कम हो तो ऐसा व्यक्ति बचपना बुद्धि माना जाता है।
(8) जिन लोगों के हाथों की अंगुलियों के बीच गैप होता है, विशेष तौर पर कनिष्ठिका अंगुली अन्य अंगुलियों से स्पष्ट दूर अनुभव होती है, ऐसे लोग स्वतंत्र रूप से काम करना पसंद करते हैं तथा अपने काम में किसी की दखलंदाजी पसंद नहीं करते !
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