: चौथे भाव में स्थित शुक्र दो पत्नियों की संभावना को मजबूत करता है और जातक को धनवान बनाता है। यदि बृहस्पति दसम भाव में हो और शुक्र चौथे भाव में हो और जातक धार्मिक बनने की कोशिश करेगा तो हर तरफ से प्रतिकूल परिणाम मिलेंगे। यदि जातक ने कुएं के ऊपर छ्त बना रखी है या मकान बना रखा है तो चौथे भाव में बैठा शुक्र पुत्र प्राप्ति की संभावना को कमजोर करता है। बुध से संबंधित व्यापार भी नुकशान देय होता है। यदि जातक शराब पीता है तो शनि विनाशकारी प्रभाव देगा। मंगल से संबंधित व्यापार जातक के लिए फायदेमंद साबित होगा। चौथे घर का शुक्र और पहले घर का बृहस्पति सास से झगडा करवाता है।
उपाय चतुर्थ भाव में कोई ग्रह परेशां कर रहा हो तो चतुर्थ भाव सम्ब्न्धित कारक ग्रह की वस्तुएं घर की छत से निचे ज़मीं पर गिराए ।
जैसे चंद्रमा के लिए अपने घर की छत से दूध गिराए सोमवार को ।
Saturday, December 31, 2016
चौथे भाव में स्थित शुक
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