मेष,सिंह,कन्या,तुला व व्रश्चिक
लग्न के लिए गुरु निष्फल होता
हे।
वषभ,मिथुन व कर्क लग्न के
लिए शनि निष्फल होता हे।
मकर, कुम्भ लग्न के लिए राहु
निष्फल होता हे।
धनु व मीन लग्न के लिए कोई
भी ग्रह निष्फल नहीं होता।
वषभ, कन्या व मकर लग्न के
लिए शनि की साढ़े साती में
विशेष कष्ट नहीं होता, इन्हें पंचम
शनि कष्ट देता हे।
मेष व सिंह में सूर्य ।
वषभ व कर्क में चंद्र।
मेष,व्रश्चिक व मकर में मंगल।
मिथुन व कन्या में बुध।
धनु, मीन व कर्क में गुरु।
मकर, कुम्भ व तुला में शनि।
अपने स्वग्रह व उच्च राशि में
सब ग्रहो का भ्रमण कष्ट दायक
होता हे।
शनि--2,4,8,12 तथा ग
3,6,8 व12 इन स्थानों में कष्ट
दायक होता हे।
n: चन्द्रमा
चन्द्रमा मन का स्वामी है यह अंक 2 का स्वामी है यदि ये अंक शुभता लिए हो तो जातक को धन धान्य दयालु हृदय सत्य वक्ता धर्म में विश्वास करने वाला व्यापार में रूचि रखने वाला व्यवहार में कुशल बुद्धिमान होता है सफेद रंग के पदार्थ वस्त्र भूषण भोज्य पदार्थों से प्यार करने वाला चंचल पृकृति आराम तलब सौंदर्य प्रेमी विषयी कल्पना शक्ति अच्छी होती है चन्द्रमा+ मंगल योग (2+9) साहसिक कार्य करने वाले इस से धन अर्जित करते हैं चन्द्रमा+गुरु का योग (2+3) उच्च शिक्षा उच्च पदवी का स्वामी बनता है शिक्षक गुरु आध्यात्मिक कीर्ति वान धनवान व ज्ञानवर्धक बनाता है चन्द्रमा+शुक्र (2+6) का योग कामशक्ति को बढ़ाता है सुन्दर रूप विलासिता शान शौकत का प्रेमी सौंदर्य प्रेमी तथा ललित कलाओं का ज्ञाता बनता है चन्द्रमा+ शनि (2+8) का योग खराब होता है दुःख दरिद्रता मूर्खता व्यसन रोग देने वाला होता है
Thursday, December 22, 2016
मेष,सिंह,कन्या,तुला व व्रश्चिक लग्न के लिए गुरु निष्फल होता हे।
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SWAMI. 9375873519
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