कुंडली में शनि की स्थिति देखकर जानें कब बनेगा आपका मकान ?
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लाल किताब में शनि और मकान बनने या न बनने के विषय में काफी सटीक विवरण दिया गया है साथ
ही कुछ सीधे और सरल उपाय भी बताए गए हैं। आप
भी अपनी कुंडली में भवन निर्माण का समय और उसके बनने या कब बनने के बारे जान सकते हैं। निम्नलिखित भावों में यदि शनि हो तो यह फलादेश रहता है।
शनि भाव 1
यदि मकान बनाने क्रय या विक्रय में विलंब हो रहा हो या किसी बोर्ड या प्रापर्टी डीलर के पास पैसा फंस गया हो तो सीधा-सा उपाय है कि आप बंदरों को चना गुड़
खिलाकर सेवा करें। यदि यह संभव न हो तो मीठा दूध
बड़ के पेड़ की जड़ों में डालें।
शनि भाव 2
जैसा भी मकान मिले, हाऊसिंग बोर्ड का हो या अपना,
फ्लैट हो या जमीन पर बने, बस बना लीजिए। यदि दिक्कत आए तो सांप को सपेरे की मदद से दूध पिलाएं और उसके स्वामी को दक्षिणा अवश्य दें। माथे पर
दही का तिलक लगाएं।
शनि भाव -3
सामिष भोजन एवं मदिरापान से परहेज रखना चाहिए। घर का मुख्य द्वार पूर्वी हो तो अच्छा रहेगा। हां अंतिम कमरे में सदा प्रकाश कर के रखना चाहिए। कोई स्टोर,
कोठरी आदि नहीं बनानी चाहिए।मकान बनाने में दिक्क्त आ रही हो तो तीन कुत्ते पाल लें। कुत्ते पाल नहीं सकते
तो मिट्टी के तीन कुत्ते ही रख लें।
शनि भाव-4
ऐसा आदमी जैसे ही मकान की नींव तक खुदवाने की कोशिश करता है, नानके या ससुराल में नुक्सान होना शुरू हो जाता है।खानदान बर्बाद होने लगते हैं। ऐसे व्यक्ति को मकान नहीं बनाना चाहिए। उपाय के तौर पर कुएं में दूध डालना लाभ देगा। कौवों और भैंस को भोजन दें।गरीबों को खाना दें। काले, हरे कपड़े न पहनें।-पैतृक जगह मकान न बनाएं-, जमीन लेकर मकान न
बनाएं,बना बनाया फ्लैट लें।
शनि भाव -5
मकान बनाना बच्चों के लिए बहुत अच्छा नहीं रहता।
मकान पहले तो 48 साल से पहले बनता ही नहीं। बन जाए तो उसमें रहना ही मुश्किल रहता है। कई बार बन कर बिकजाता है। ऐसे व्यक्ति को चाहिए कि वह अपने पुत्र से घर बनवाए या खरीदे। यदि किसी कारण वश
बनाना ही पड़े तो एक भैंसा दान कर दें।भैंसा शनि का जीवंत प्रतीक है। पंचमशनि वालों को सोना किसी न किसी रूप में पहनना चाहिए। धर्म स्थान पर 48 अखरोट या बादाम ले जाएं,आधे वापस लाकर काले कपड़े में बांध कर अंधेरे स्थान पर रख दें।
शनि भाव -6
39 वर्ष की आयु के बाद मकान बनाना श्रेयस्कर रहेगा।
इससे पहले यदि मकान बनता है तो कहीं न कहीं, लड़कियों के ससुराल में समस्याएं हो जाती हैं जिनकी कुंडली में शनि की पोजीशन छठे घर में हो उन्हें चमड़े
या लोहे की नई चीजें नहीं खरीदनी चाहिएं।पुरानी ले सकते हैं। सैकेंड हैंड मशीनरी या वाहन फलते हैं। पुराना मकान खरीद लें। मकान की नींव डालने से पूर्व भूमि पूजन,नवग्रह पूजन अवश्य कराएं।
शनि भाव -7
यदि ऐसे जातक किसी कारण मकान एक के बाद एक बेचने पर मजबूर हो जाएं तो उपाय के तौर पर उन्हें सबसे पुराने मकान की दहलीज कायम रखनी चाहिए। ऐसा करने से दुॢदनों में चली गई संपत्ति पुन: लौट आने के योग बन जाएंगे। फिर भी वे यदि शहद से भरा मिट्टी का कुज्जा जमीन में दबाएं तो काफी लाभ होगा या बांसुरी में देसी खांड भर कर उजाड़ जगह दबाएं तो भी मकान मिलने या न बिकने की संभावना अच्छी हो जाएगी।
शनि भाव -8
मकान के मामले में अच्छा नहीं माना गया है। ऐसे में
अपने पास चांदी का चौरस टुकड़ा रखना बचाव का साधन बनेगा।सांपों की रक्षा या उनकी पूजा,सेवा अशुभता से रक्षा करेगी।
शनि भाव -9
कोई शिशु गर्भस्थ हो तो उस अवधि में मकान नहीं बनाना चाहिए। ऐसे योग वालों को घर की छत पर कबाड़ विशेषत: लकडिय़ां बिल्कुल नहीं रखनी चाहिएं और घर के अंतिम छोर पर एक स्टोर अवश्य बनाना चाहिए।
शनि भाव -10
मकान बनाने के लिए पैसा तो जमा होता जाएगा जैसे कई लोग पैसा लेकर घूमते हैं पर कोई सही प्रॉपर्टी नहीं मिलती।फिर एक दिन पता चलता है कि जहां पैसा जमा कराया था या जिस डीलर से डील फाइनल की थी वह भाग गया या धोखा हो गया।ऐसा शनि के दसवें खाने में बैठने से हो जाता है। ऐसे लोगों को 48 साल तक मकान में इनवैस्ट नहीं करना चाहिए। नानवेज व मदिरा से दूर रहना चाहिए।
शनि भाव -11
जरा विलंब से गृह निर्माण की सलाह देता है। ऐसे जातकों को घर में चांदी की छोटी ईंट रखनी चाहिए। दक्षिणामुखी गृह में न रहें न ही बनाएं। -मकान के मुख्य द्वार के नीचे चंदन की लकड़ी दबाएं।
शनि भाव -12
ऐसे लोगों को या तो मकान पिता जी दे जाएंगे या ऐसे आसार पैदा होंगे कि आसानी से ही मकान बन जाएगा। आपने देखा होगा कि कई बार मित्र जबरदस्ती फार्म भरवा जाते हैं, अर्नेस्ट मनी भी आपकी खुद भर देते हैं।ड्रा निकलने पर पता चलता है, आपका निकल गया उनका रह गया।यहां खेल भाग्य का है। आपके शनि 12वें में विराजमान होगा और उनका गुरु सातवें या दसवें बैठ कर औरों का जन कल्याण करवा रहा होगा।ऐसे लोगों को मकान बनते समय या डील होते समय किसी प्रकार की रोक नहीं लगानी चाहिए। पैसों का प्रबंध भी अपने आप कहीं से हो जाता है।
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